शाम-सवेरे तेरी यादो मे खोई...
पल भर के लिये भी , न बिछडणे के डर से रोई,
पल भर के लिये भी , न बिछडणे के डर से रोई,
ना तू _ आया ना तेरा; कोई संदेशा आया
तेरी याद मुझे हर पल तडपाने लागी, दिल मे बेचेणी तेरी आणे कि आहाठ सी होणे लगी.....
लगा जेसे तू आया _पलट के देखा,
तो लगा_ ना तू आया; ना तेरा संदेशा आया.... तेरी याद मुझे हर पल तडपाने लागी, दिल मे बेचेणी तेरी आणे कि आहाठ सी होणे लगी.....
कौन हे तू , कहा हे तू _ कयू होती हे, ख्वाहिश मेरे दिल मे ये बेचेणी , ये बेताबी , न कोई तसवीर , न कोई परछाई , बस दिल मे जागा ये अरमाण_ मिलणे कि अरझू , यही पुछ्ने कि झुस्त जू_
कौन हे तू, क्या ख्वबो मे आता हे तू ; क्यु दिल के सोये आरमान जगता
हे तू ......
सुनी मेरी जिंदगी मे हालचल
मचता हे , कौन हे तू क्या नाम हे तेरा _ क्या ख्वाब हे या हाकीकत तू _ हकीकत हे तो आ जाणा _ पकड के दामन मेरा _ थाम ले हाथ मेरा
_साथ निभणा जिंदगी भर मेरा.....
यही वदा करना, जन्मो जान का साथ निभना मरके भी जुदा ना होना ____ प्यार करना, तो साथो जनम निभाना_ भगवान से यही दुवा कि मरके भी जुदा न करना हमे_ हर जनम मे हर रूप मे जिंदगी के हर एक मोड पे चाहे सुख मे या दुख मे , मेरे प्यार का साया बनये रखना वरना, न जी पायेगे हम _ मरके भी यही पुछेगे हमे _ बिछडना ही था तो मिलाया ही क्यु ................
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