कमजोरी.....


जब तक हमारे अंदर कोई छोटी सी भी कमजोरी शेष है हमें कोई हक़ नहीं कि हम किसी की छोटी या बड़ी कमजोरी का मजाक उड़ाए या उसे सुधरने को कहे । हमें जैसे ही किसी की कोई कमी पता चलती है हम किसी दूसरे से उसकी चर्चा शुरू कर देते है जैसे कि हमारे अंदर कोई कमी है ही नहीं ।दुसरो कि गलतियों से सबक लेकर अपना जीवन श्रेष्ठ बनाये ।यही आज का सबक है मेरे लिए ।
 ... जय हिन्द ।


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